G7 समिट में शामिल होने कनाडा पहुंचे पीएम मोदी

G7 समिट में शामिल होने कनाडा पहुंचे पीएम मोदी: भारत-कनाडा रिश्तों में नया मोड़

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार सुबह कनाडा के कैलगरी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरे, जहां वे अलबर्टा के कानानास्किस गांव में आयोजित हो रहे G7 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। यह यात्रा इसलिए भी खास मानी जा रही है क्योंकि यह वर्ष 2023 में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद दोनों देशों के बीच बिगड़े संबंधों के बाद प्रधानमंत्री मोदी की पहली कनाडा यात्रा है।

क्या है यात्रा का महत्व?

यह दौरा न केवल कूटनीतिक दृष्टिकोण से अहम है, बल्कि यह भारत-कनाडा संबंधों में स्थिरता और सहयोग की नई दिशा तय कर सकता है। वर्ष 2023 में हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद कनाडा के प्रधानमंत्री द्वारा भारत पर गंभीर आरोप लगाए गए थे, जिससे रिश्तों में गहरी खटास आ गई थी। इसके जवाब में भारत ने कनाडा के कई राजनयिकों को निष्कासित कर दिया था।

मार्च 2025 में जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफे के बाद मार्क कार्नी कनाडा के नए प्रधानमंत्री बने और उन्होंने G7 समिट में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को आमंत्रित किया, जिसे दोनों देशों के रिश्तों को सुधारने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।

पीएम मोदी का कनाडा में कार्यक्रम (भारतीय समयानुसार)

  • 17 जून, 12:35 AM – कैलगरी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आगमन
  • 17 जून, 10:30 PM – G7 समिट के स्वागत समारोह में भागीदारी
  • 17-18 जून (रात 11:10 से 12:20 बजे तक) – द्विपक्षीय बैठकें
  • 18 जून, 12:30 AM से 3:00 AM – G7 आउटरीच समिट सत्र
  • 18 जून, 3:00 AM से 4:30 AM – अन्य द्विपक्षीय बैठकें
  • 18 जून, 5:50 AM – क्रोएशिया के ज़ाग्रेब के लिए रवाना

G7 समिट में भारत की भूमिका

G7 समूह में अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, इटली, कनाडा, जापान और यूरोपीय संघ शामिल हैं। भारत इस समूह का सदस्य नहीं है, लेकिन 2019 से प्रधानमंत्री मोदी को लगातार आमंत्रित किया जा रहा है, जो वैश्विक मंच पर भारत के बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है। इस वर्ष समिट में संयुक्त राष्ट्र, विश्व बैंक और IMF जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि भी भाग ले रहे हैं।

प्रधानमंत्री मोदी G7 समिट के "आउटरीच सेशनों" में भाग लेंगे, जहां वे प्रमुख वैश्विक नेताओं से चर्चा करेंगे और भारत के दृष्टिकोण को साझा करेंगे। यह यात्रा भारत द्वारा अप्रैल में पाकिस्तान के खिलाफ किए गए ऑपरेशन 'सिंदूर' के बाद हो रही है, जो आतंकी ढांचे को निशाना बनाकर किया गया था।

भारत-कनाडा व्यापारिक संबंध

वर्ष 2024 में भारत और कनाडा के बीच वस्तुओं का द्विपक्षीय व्यापार $8.6 अरब डॉलर का रहा। भारत ने $4.2 अरब का निर्यात और $4.4 अरब का आयात किया। सेवा क्षेत्र में व्यापार $14.3 अरब डॉलर रहा, जिसमें भारत का निर्यात $2.5 अरब और आयात $11.8 अरब डॉलर का था।

रिश्तों को फिर से पटरी पर लाने की कोशिश

प्रधानमंत्री मोदी ने रवाना होने से पहले एक बयान में कहा, “भारत और कनाडा जीवंत लोकतंत्र हैं, जो आपसी सम्मान और साझा हितों पर आधारित संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। मुझे उम्मीद है कि हमारी यह मुलाकात द्विपक्षीय संबंधों को नई दिशा देगी।”

भारत के विदेश मंत्रालय ने भी यह स्पष्ट किया कि G7 समिट के दौरान दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों की बैठक से आपसी भरोसे और समझ को फिर से स्थापित करने का अवसर मिलेगा।

निष्कर्ष:

G7 समिट में पीएम मोदी की उपस्थिति केवल वैश्विक मंच पर भारत की भूमिका को रेखांकित नहीं करती, बल्कि यह भारत-कनाडा के रिश्तों में आई खटास को मिटाकर एक नए अध्याय की शुरुआत कर सकती है। नई सरकार के साथ संवाद की यह पहली बड़ी पहल दोनों देशों के लिए निर्णायक सिद्ध हो सकती है।

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने