AI 171 विमान हादसा: मेडिकल कॉलेज की छत से मिला ब्लैक बॉक्स, जांच में बड़ी प्रगति
अहमदाबाद | बीते गुरुवार को हुए देश के तीन दशकों के सबसे भीषण विमान हादसे के एक दिन बाद, दुर्घटनाग्रस्त एयर इंडिया फ्लाइट AI 171 का ब्लैक बॉक्स शुक्रवार को अहमदाबाद के बी.जे. मेडिकल कॉलेज के एक हॉस्टल की छत से बरामद किया गया। यह खोज विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।
AAIB ने जानकारी दी कि उन्हें डिजिटल फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (DFDR) — जिसे आम भाषा में ब्लैक बॉक्स कहा जाता है — विमान की पूंछ के हिस्से से मिला, जो हादसे में हॉस्टल की छत पर जा गिरा था। यह डिवाइस विमान की उड़ान के अंतिम क्षणों की विस्तृत जानकारी प्रदान करेगा और दुर्घटना के वास्तविक कारणों की पुष्टि में अहम भूमिका निभाएगा।
भीषण हादसा, 265 लोगों की मौत
एयर इंडिया का यह लंदन-बाउंड बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर (AI 171) उड़ान भरने के कुछ ही क्षणों बाद मेघाणीनगर क्षेत्र स्थित बी.जे. मेडिकल कॉलेज परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे विमान में सवार 242 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों में से 241 की मौत हो गई। इसके अलावा ज़मीन पर मौजूद 24 लोग, जिनमें 5 एमबीबीएस छात्र भी शामिल थे, इस हादसे में जान गंवा बैठे।
प्रधानमंत्री ने किया स्थल का दौरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को दुर्घटनास्थल का दौरा किया और अहमदाबाद सिविल अस्पताल में घायल लोगों से मुलाकात की। उन्होंने इस त्रासदी में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी और प्रशासन से राहत कार्यों की जानकारी ली।
एकमात्र जीवित यात्री की आपबीती
इस भयावह दुर्घटना में चमत्कारिक रूप से एकमात्र जीवित बचे यात्री — 40 वर्षीय ब्रिटिश व्यवसायी विश्वास कुमार रमेश — ने बताया कि उन्होंने कैसे एक संकरे खाली स्थान को पहचानकर तेजी से कार्रवाई की और अपनी जान बचाई। रमेश की सीट 11A थी, जो विमान के एक इमरजेंसी दरवाज़े के पास थी।
जांच के लिए NTSB की टीम भारत रवाना
अमेरिका की राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड (NTSB) ने ऐलान किया है कि वह एक विशेषज्ञ टीम भारत भेज रही है, जो AAIB के साथ मिलकर इस दुर्घटना की जांच में सहयोग करेगी। यह टीम विमान निर्माता और इंजन निर्माता के विशेषज्ञों के साथ मिलकर तकनीकी पहलुओं की गहराई से जांच करेगी।
फ्लाइट डेटा के साथ CVR की तलाश जारी
हालांकि DFDR बरामद कर लिया गया है, लेकिन कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) की तलाश अब भी जारी है। CVR पायलटों के बीच संवाद, इंजन की आवाज़ें और अन्य कॉकपिट ध्वनियों को रिकॉर्ड करता है, जो दुर्घटना के मानसिक और संवादात्मक पहलुओं को समझने में मदद करेगा।
DGCA ने एयर इंडिया बेड़े पर निगरानी बढ़ाई
विमान में GEnx इंजन लगे थे। संभावित तकनीकी खामी, जैसे दोनों इंजनों का थ्रस्ट फेल होना, बर्ड स्ट्राइक, या फ्लैप सिस्टम में गड़बड़ी, इन सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने एयर इंडिया के बोइंग 787 विमानों पर विशेष निरीक्षण के आदेश दिए हैं।
डीएनए परीक्षण से शवों की पहचान जारी
पुलिस के अनुसार, 265 शवों में से अब तक केवल 6 की पहचान हो पाई है क्योंकि उनके चेहरे पहचानने योग्य थे। बाकी शव पूरी तरह से जले हुए हैं, और उनकी पहचान के लिए डीएनए प्रोफाइलिंग की जा रही है। 215 मृतकों के परिजनों ने डीएनए नमूने दिए हैं, और अगले 72 घंटों में पहचान का कार्य पूरा होने की उम्मीद है।
टाटा ग्रुप की प्रतिक्रिया
टाटा समूह के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने कर्मचारियों को भेजे एक आंतरिक संदेश में कहा, "यह कठिन समय है, लेकिन हम अपनी जिम्मेदारियों से पीछे नहीं हटेंगे। सुरक्षा हमारे लिए सर्वोपरि है और इस मामले में पूरी पारदर्शिता बरती जाएगी।"
विशेषज्ञों की राय:
"ब्लैक बॉक्स से प्राप्त डेटा यह बताएगा कि हादसे के वक्त विमान में तकनीकी रूप से क्या चल रहा था — इंजन, नियंत्रण प्रणाली, पायलट की प्रतिक्रियाएं — सब कुछ। इसलिए निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले जांच रिपोर्ट का इंतज़ार ज़रूरी है," — एविएशन विशेषज्ञ सरोश दमाडिया ने कहा।
निष्कर्ष:
इस हृदयविदारक दुर्घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है। हादसे की असली वजह क्या थी, यह तो AAIB और NTSB की संयुक्त जांच के बाद ही सामने आएगा, लेकिन DFDR की बरामदगी से एक बड़ी उम्मीद जगी है कि पीड़ितों और उनके परिजनों को जल्द ही सच्चाई का पता चलेगा।

