NEET UG 2025 परिणाम: अहमदाबाद के भाव्य झा ने पहली कोशिश में हासिल की ऑल इंडिया रैंक 8

NEET UG 2025 परिणाम: अहमदाबाद के भाव्य झा ने पहली कोशिश में हासिल की ऑल इंडिया रैंक 8, अब लक्ष्य AIIMS दिल्ली

अहमदाबाद – NEET UG 2025 के परिणामों में अहमदाबाद के युवा भाव्य चिराग झा ने देशभर में आठवीं रैंक (AIR 8) प्राप्त कर सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर लिया है। 99.9996379 प्रतिशताइल स्कोर करने वाले 18 वर्षीय भाव्य अब प्रतिष्ठित ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIIMS), नई दिल्ली में पढ़ाई का सपना साकार करने के बेहद करीब हैं।

भाव्य ने indianexpress.com से बातचीत में कहा, “मुझे केवल अच्छे अंक लाने का लक्ष्य था। ऑल इंडिया रैंक पाने की उम्मीद नहीं थी, लेकिन जब परिणाम आया तो खुशी का ठिकाना नहीं रहा।”

पहली ही कोशिश में सफलता

भाव्य ने कक्षा 11 से ही NEET की तैयारी शुरू की और किसी भी वर्ष ड्रॉप नहीं किया। स्कूल भी नियमित रूप से जाते रहे और ऑफलाइन कोचिंग (Allen Institute) से तैयारी की। उन्होंने समय प्रबंधन को अपनी सफलता की कुंजी बताया। “स्कूल से लौटकर पहले होमवर्क और असाइनमेंट पूरा करता था, फिर कोचिंग जाता था। कोचिंग के बाद वही टॉपिक दोहराता और प्रश्न अभ्यास करता,” उन्होंने बताया।

प्रेरणा बने बड़े भाई

भाव्य की सफलता के पीछे उनके भाई सर्वग्य झा का बड़ा योगदान रहा है, जो वर्तमान में GMERS मेडिकल कॉलेज, सोल (अहमदाबाद) में इंटर्नशिप कर रहे हैं। भाव्य ने कहा, “मेरे भाई ने न सिर्फ नोट्स दिए, बल्कि हर कठिनाई के लिए मुझे मानसिक रूप से तैयार किया। जब कभी मेरा प्रदर्शन कमजोर रहा, उन्होंने मुझे हिम्मत दी और निरंतर प्रेरित किया।”

स्कूल और खेल से मिला संतुलन

भाव्य झा को पढ़ाई के साथ स्कूल में दोस्तों के बीच रहना और वॉलीबॉल खेलना भी पसंद था। उनका मानना है कि यह उनके मानसिक संतुलन और फ्रेशनेस के लिए बेहद जरूरी था। “दोस्तों के साथ समय बिताना और वॉलीबॉल खेलना मुझे तुरंत तरोताजा कर देता था,” उन्होंने कहा।

AIIMS दिल्ली है पहला लक्ष्य

भाव्य के लिए AIIMS, दिल्ली एक सपना है जिसे वे अब साकार होते देख रहे हैं। “AIIMS न केवल देश का सर्वश्रेष्ठ मेडिकल कॉलेज है, बल्कि वहां की फैकल्टी और प्रैक्टिकल एक्सपोजर किसी भी छात्र को डॉक्टर के रूप में परिपक्व बनाता है,” भाव्य ने बताया। यदि AIIMS दिल्ली नहीं मिला, तो उनका अगला विकल्प JIPMER (पुडुचेरी) है।

सोशल मीडिया से दूरी, ध्यान केवल लक्ष्य पर

भाव्य ने NEET की तैयारी के दौरान सोशल मीडिया से पूरी तरह दूरी बनाई रखी। उन्होंने कहा, “मुझे कभी नहीं लगा कि मैं कुछ मिस कर रहा हूँ। मुझे पता था कि अगर ये दो साल मेहनत कर लूंगा तो भविष्य में मेरे पास उससे कहीं बेहतर अवसर होंगे।”

निष्कर्ष: भाव्य झा की यह प्रेरणादायक यात्रा बताती है कि निरंतरता, अनुशासन और सही मार्गदर्शन से कोई भी छात्र पहली बार में NEET जैसी कठिन परीक्षा में टॉप रैंक हासिल कर सकता है। उनका संघर्ष, समय प्रबंधन और लक्ष्य के प्रति समर्पण आज उन्हें देश के शीर्ष मेडिकल कॉलेज की ओर ले जा रहा है।

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