21 अक्टूबर से बदले बैंकिंग नियम! सेविंग अकाउंट धारकों के लिए RBI के नए नियम – जानिए क्या होंगे असर
नई दिल्ली, 21 अक्टूबर 2025:
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने बचत खाताधारकों (Savings Account Holders) के लिए एक बड़ा बदलाव किया है। 21 अक्टूबर 2025 से सेविंग अकाउंट से जुड़े कई नए नियम लागू हो रहे हैं। इनमें न्यूनतम बैलेंस (Minimum Balance), एटीएम निकासी शुल्क (ATM Charges) और अन्य बैंकिंग सर्विस फीस को लेकर अहम संशोधन किए गए हैं। RBI का कहना है कि इन बदलावों का उद्देश्य बैंकिंग प्रणाली में पारदर्शिता और ग्राहकों के हितों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
🔹 न्यूनतम बैलेंस नियम में बदलाव
अब बैंकों को सेविंग अकाउंट में न्यूनतम बैलेंस तय करने की अधिक स्वतंत्रता दी गई है।
हालांकि RBI ने यह भी स्पष्ट किया है कि
बैंक ग्राहकों को पहले से स्पष्ट जानकारी दें कि न्यूनतम बैलेंस कितना होना चाहिए,
और अगर बैलेंस कम हुआ तो कितना जुर्माना या चार्ज लगेगा।
इससे ग्राहकों को अचानक लगने वाले दंड या कटौतियों से राहत मिलेगी और वे अपने खातों को अधिक सटीकता से मैनेज कर सकेंगे।
🔹 एटीएम लेनदेन पर नए नियम
RBI ने एटीएम से पैसे निकालने पर भी नए दिशानिर्देश जारी किए हैं।
अब –
हर महीने सीमित संख्या तक मुफ्त एटीएम ट्रांजैक्शन मिलेंगे।
तय सीमा से अधिक लेनदेन पर नाममात्र शुल्क देना होगा।
इस बदलाव का उद्देश्य है डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देना और नकद निकासी को नियंत्रित करना, ताकि बैंकिंग सेवाएं और सुरक्षित बन सकें।
🔹 बैंक शुल्कों में पारदर्शिता अनिवार्य
अब सभी बैंकों को सेविंग अकाउंट से जुड़े हर चार्ज और सर्विस फीस की पूरी जानकारी ग्राहकों को देना अनिवार्य होगा।
इसमें शामिल हैं —
चेकबुक जारी करने का शुल्क,
ऑनलाइन फंड ट्रांसफर (NEFT/RTGS/IMPS) शुल्क,
और अकाउंट मेंटेनेंस चार्ज इत्यादि।
RBI का उद्देश्य है कि कोई भी शुल्क छिपा हुआ या अस्पष्ट न रहे, जिससे ग्राहक का बैंक पर विश्वास और मजबूत हो।
🔹 ग्राहकों पर असर क्या होगा?
नए नियमों के बाद खाताधारकों को अपने बैंक उपयोग की आदतों में थोड़ा बदलाव करना होगा।
जो ग्राहक बार-बार एटीएम से कैश निकालते हैं, उन्हें अब डिजिटल पेमेंट को प्राथमिकता देनी चाहिए।
वहीं, जिनका बैलेंस कम रहता है, उन्हें बैंक द्वारा तय की गई सीमा का पालन करना होगा ताकि अतिरिक्त चार्ज से बचा जा सके।
कुल मिलाकर, ये बदलाव ग्राहकों के लिए अधिक स्पष्टता, सुरक्षा और नियंत्रण लेकर आएंगे।
🟩 निष्कर्ष: ग्राहकों के हित में RBI का बड़ा कदम
21 अक्टूबर से लागू होने वाले ये नए नियम बैंकिंग सिस्टम में एक नई पारदर्शिता लाएंगे।
RBI का उद्देश्य है कि ग्राहक अपने पैसे, सेवाओं और शुल्कों को लेकर पूरी जानकारी और नियंत्रण रख सकें।
इन परिवर्तनों के साथ, बैंक और ग्राहक दोनों को स्मार्ट बैंकिंग की दिशा में आगे बढ़ना होगा।
